डायरी सखि,
कुछ लोगों को विवाद पैदा कर विवादों में रहने में बड़ा मजा आता है । और मजे की बात यह है कि ऐसे लोग सोच समझ कर षड्यंत्र पूर्वक अपने ऐजेण्डे के अन्तर्गत हिंदू समाज के देवी देवताओं के नकारात्मक चित्र बनाते हैं और उनकी नकारात्मक छवि जनता के सामने प्रस्तुत करते हैं । कौन हैं ये लोग ? ये वही लोग हैं जो अपने आपको अभिव्यक्ति की स्वतंत्र के झंडाबरदार कहलाते हैं मगर ऐसे लोग "लज्जा" उपन्यास को प्रतिबंधित करवा देते हैं जबकि वह तो किसी भगवान या अल्लाह या किसी गुरु पर कोई टिप्पणी भी नहीं करती है । ऐसे लोग तथाकथित लिबरल , धर्मनिरपेक्ष, बुद्धिजीवी , कलाकार कहलाते हैं जबकि इनका एक ही ऐजेण्डा है । और वह है हिन्दू देवी देवताओं , प्रतीकों, आस्थाओं का मजाक उड़ाना । इसके लिए इन्हें राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर से पैसा और समर्थन दोनों मिलता है । आश्चर्य तो यह है कि ये लोग अपने आपको हिन्दू कहते हैं ।
अभी अभी एक नई डोक्यूमेनट्री फिल्म आई है जिसका नाम है "काली" । इस फिल्म का एक पोस्टर जारी किया गया है जिसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है । इसके साथ ही इसमें एक झंडा भी दिखाया है जो लेस्बियन, गे, बाईसेक्सुयुअल और ट्रांसजेण्डर समुदाय का झंडा है । इस पोस्टर से क्या संदेश दिया जा रहा है जनता को ? और आश्चर्य इस बात का है कि यह फिल्म एक महिला लीना मनिमेकलाई ने बनाई है । जो महिला एक देवी का सम्मान नहीं कर सकती है वह क्या खुद सम्मान के लायक है ?
इससे बड़ी बात तो यह है कि जब उसे यह बताया गया कि इससे एक समुदाय की भावना आहत हो रही हैं तो वह गर्व से कहती है कि उसकी "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" है । क्या अब सुप्रीम कोर्ट के वे दोनो जज साहेबान इस पर,कुछ टिप्पणी करने का साहस या दुस्साहस करेंगे ?
इससे बड़ी बात यह है कि एक साक्षात्कार में एक माननीय महिला सांसद ने तो यहां तक कह दिया कि मां काली तो मांस भी खाती है । शराब भी पीती है । अब इस बयान पर बवाल तो होना ही था , हुआ । कुछ एफ आई आर भी दर्ज हो चुकी हैं उस महिला सांसद पर ।
अब प्रश्न यह उत्पन्न होता है कि ऐसा क्यों होता है कि अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता केवल एक ही धर्म को नीचा दिखाने में उपयोग आती है और ऐसा करने वाले उसे धर्म के लोग भी होते हैं इस पर विचार करना चाहिए सखि ।
हरिशंकर गोयल "हरि"
7.7.22
Radhika
09-Mar-2023 10:30 AM
Nice
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Gunjan Kamal
06-Mar-2023 08:47 AM
👌👌
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Seema Priyadarshini sahay
08-Jul-2022 08:48 PM
Nice 👍
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